खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती
खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती
बाबा रामदेव के पतंजलि की ओर से एक नया बयान जारी.. Google Maps इस्तेमाल ना करें।। स्वदेशी बनें, चाय वाले से रास्ता पूछें !!
लहरों का सुकून तो सभी को पसंद है, लेकिन तुफानो में कश्ती निकालने का मजा ही कुछ और है
सुबह से दौड रही है चाकू लेकर पगली मेरे पीछे.. मैँने तो मजाक में कहा था “दिल चीर के देख, तेरा ही नाम होगा”
उसे बारिश ☂ मे भीगना अच्छा लगता है ओर मुझे सिर्फ़ बारिश मे भीगती हुयी वो
घर वालो चिन्ता है इसको कोन मिलेगी, ओर दोस्तो चिन्ता है इसको ओर कितनी मिलेगी ?
लफ्ज मेरी पहचान बने तो बेहतर है, चेहरे का क्या वो तो साथ चला जाएगा..
लगता है बारिश को भी… कब्ज़ हो गयी है… मौसम बनता है पर आती नहीं…
कुछ अजीब सा रिश्ता है उसके और मेरे दरमियां, ना नफरत की वजह मिल रही है, ना मोहब्बत का सिला