हम ने रोती हुई आँखों को हँसाया है सदा,
इस से बेहतर इबादत तो नहीं होगी हमसे।
हम ने रोती हुई आँखों को हँसाया है सदा,
इस से बेहतर इबादत तो नहीं होगी हमसे।
तुम्हें लगता होगा न .. कि कितना बुरा हूं मैं ..
लगने की बात है … मुझे तो खुदा लगे थे तुम ..
ऐ मेरे पाँव के छालो… जरा लहू उगलो,
सिरफिरे मुझसे सफ़र के निशान माँगेंगे।
जिन जख्मो से खून नहीं निकलता समझ लेना
वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है।
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,
अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं।
जो “दोगे” वही लौट कर आएगा,
चाहे वह “इज्जत” हो या “धोखा”..
दुनिया में केवल “पिता” ही एक ऐसा इंसान है,
जो चाहता है कि मेरे बच्चे
मुझसे भी ज्यादा “कामयाब” हो!
तलब की राह में पाने से
पहले खोना पड़ता है,
बड़े सौदे नज़र में हो तो
छोटा होना पड़ता है।
फासले तो बढ़ा रहे हो मगर इतना याद रखना
के मोहब्बत बार बार इंसान पर मेहरबान नहीं होती.
आसमान पर किसी के ठिकाने नहीं होते,
जो जमीं के नहीं होते, वो कहीं के नहीं होते ।